जल के बिना मानव का जीवन संभव ही नहीं है। ये कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि जल के बिना मानव जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। आज 22 मार्च को पूरे विश्व में जल दिवस ’ यानी ‘वर्ल्ड वाटर डे मनाया जा रहा है।
पृथ्वी का 71 प्रतिशत हिस्सा पानी से ढका – पृथ्वी से लेकर मानव शरीर का सबसे बड़ा हिस्सा पानी से ढका हुआ है, अनुमान के मुताबिक पृथ्वी पर कुल 32 करोड़ 60 लाख खरब गैलन पानी है। इंसानी शरीर की बात करें तो एक वयस्क पुरुष के शरीर का 65 %जबकि महिला का 52 % हिस्सा पानी होता है। वयस्क मनुष्य के शरीर में हमेशा 35 से 40 लीटर पानी मौजूद रहता है शरीर को हाइड्रेट रखने, टॉक्सिन पदार्थ को बाहर निकालने के साथ ही पानी पीने के कई अन्य लाभ भी होते हैं।
मनुष्य के शरीर के अधिकतर अंगों में पानी पाया जाता है। बेहद कम लोग जानते होंगे लेकिन ठोस और कड़ी महसूस होने वाली हमारी हड्डियों में भी 22% पानी होता है। हमारे दांतों में 10%, स्किन में 20%, दिमाग में 74.5%, मांसपेशियों में 75.6% जबकि खून में 83% पानी होता है।
आखिर मानव के लिए जल क्यों महत्वपूर्ण – रिसर्च के मुताबिक एक इंसान बिना भोजन के 15 दिन तक भी जीवित रह सकता है लेकिन बिना पानी के 5वें दिन उसकी मौत हो जाएगी। बता दें कि शरीर में 1% भी पानी की कमी होती है तो आपको प्यास लगने लगती है जब ये कमी 5% तक पहुंच जाती है तो शरीर की नसें खिंचने लगती है और स्टेमिना में कमी महसूस होने लगती है।
जैसे ही ये कमी 10% पहुंचती है तो इंसान को धुंधला दिखाई देने लगता है और वो बेहोश हो जाता है। शरीर में पानी की कमी 20% हो जाने पर इंसान की मौत भी हो सकती है। वैज्ञानिकों के मुताबिक पानी बेहद ज़रूरी है इसलिए ही शरीर में समय-समय पर प्यास लगने का ये मैकेनिज्म विकसित हुआ है।