रविवार 30 अक्टूबर को गुजरात के मोरबी में हुए हादसे से पूरा देश ग़मगीन है। यहां केबल सस्पेंसन पूल यानि के झूला पुल ढहने से 134 लोगों की अबतक मौत हो चुकी है, और 100 से ज्यादा लोग हताहत होने की वजह से अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं।
मोरबी के मच्छु नदी पर आज तीसरे दिन भी राहत बचाव कार्य जारी है। PM नरेंद्र मोदी स्वयं बेहद दुखी हैं और वे आज जायजा लेने के लिए मोरबी पहुंच रहे हैं। PM के आने की खबर सुन स्थानीय प्रशाशन सकते में है और अस्पताल का कायाकल्प बदलने में जुट गई है।
वहीं मातम के बीच मोरबी के सरकारी अस्पताल के रंग रोगन व सजावट की मीडिया रिपोर्ट से बवाल मच गया है। विपक्ष ने इसपर आपत्ति जताते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
मातम के बीच PM के लिए चमकाया जा रहा अस्पताल
आज PM मोदी गुजरात के मोरबी जाने वाले हैं वो वहां घटना अस्थल व अस्पताल का दौरा करेंगे और घायलों से मुलाक़ात करेंगे। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि PM के आने से पहले सोमवार आधी रात के बाद मोरबी अस्पताल में रंग रोगन किया गया, ताकि पीएम मोदी जब जायजा लेने आएं तो वह साफ सुथरा नजर आए।
जहां कल तक लाशों की एक लम्बी क़तार थी घायल अस्पताल की बदहाल व्यवस्था के बीच इलाज के लिए मारे-मारे फिर रहे थे, वहीं PM के लिए आज अस्पताल को पूरी तरह से सजा दिया गया है। टीवी चैनल की रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएम के दौरे के चंद घंटे पहले अस्पताल का कायापलट किया जा रहा था। खबर है कि अस्पताल की दीवारों व छतों पर को पेंट किया गया है। नए कूलर व नए बेड लगाए गए हैं। जिन जगहों पर टाइल्स टूट गए थे वहां नए टायल्स व मार्बल लगाए जा रहे थे. इस सब कारनामो के बहोत से वीडियो व फोटो इंटरनेट पर तैर रहे हैं।
गुजरात में कल एक दिन का राजकीय शोक
गुजरात में एक दिन के राजकीय शोक का एलान किया गया है। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, मोरबी पुल हादसे के चलते राज्य में बुधवार को राजकीय शोक की घोषणा की गई है।
विपक्ष का आरोप, हो रहा है PM के फोटोशूट का इवेंट मैनेजमेंट
अचानक PM के आने की खबर पर अस्पताल में रंगाई-पुताई व व्यवस्था को रातों-रात ठीक करने को लेकर प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस तथा आगामी चुनाव में जोर आजमाने जा रही आम आदमी पार्टी ने BJP को आड़े हाथों लिया है। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि BJP प्रधानमंत्री के ‘फोटोशूट’ के लिए इवेंट मैनेजमेंट में लगी हुई है। इसे लेकर तमाम लोगों ने ट्वीट भी किये हैं।
कांग्रेस की सुप्रिया सिंह श्रीनेत ने ट्वीट कर लिखा, “PM मोदी मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे. उसके लिए अस्पताल का रंग रोगन इत्यादि युद्ध स्तर पर हो रहा है. चमचमाती दीवारें और नई टाइल्स से सुसज्जित अस्पताल में घायल शायद बेहतर महसूस करें. यही उम्मीद होगी – मोरबी त्रासदी में करीब 200 लोगों की मौत की खबर है.”
PM मोदी कल मोरबी के सिविल अस्पताल जाएँगे – उसके लिए अस्पताल का रंग रोगन इत्यादि युद्ध स्तर पर हो रहा है
चमचमाती दिवारें और नई टाईलों से सुसज्जित अस्पताल में घायल शायद बेहतर महसूस करें – यही उम्मीद होगी
मोरबी त्रासदी में क़रीब 200 लोगों की मौत की खबर है #Morbi pic.twitter.com/joSjpCYnUU
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) October 31, 2022
पत्रकार रणविजय सिंह ने ट्वीट किया “मोदी जी के लिए मोरबी का अस्पताल सज रहा है. अब कल चकाचक तस्वीर आएगी.
कोई मरे तो मरे, तस्वीर खराब नहीं होनी चाहिए.”
मोदी जी के लिए मोरबी का अस्पताल सज रहा है. अब कल चकाचक तस्वीर आएगी.
कोई मरे तो मरे, तस्वीर खराब नहीं होनी चाहिए. pic.twitter.com/6oCuXvvBek
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) October 31, 2022
एफआईआर में कंपनी का नाम नहीं
मोरबी में इस बीच, एक अन्य मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मोरबी हादसे के बाद दर्ज की गई एफआईआर में पुल की मरम्मत करने वाली कंपनी का नाम नहीं है। घटनास्थल का आज भी एक वीडियो सामने आया है। हादसे के बाद तीसरे दिन भी नदी में बचाव अभियान जारी है। पुलिस ने अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया है।
#WATCH | Gujarat: Visuals from the site of the incident where a bridge collapsed in Morbi leaving 134 dead, as per the last updated death toll.
The search and rescue operations resumed at the spot this morning. #MorbiBridgeTragedy pic.twitter.com/cfNgsPM2hc
— ANI (@ANI) November 1, 2022
हादसे का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा
मोरबी पुल हादसे का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। कोर्ट में याचिका दायर कर सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में न्यायिक आयोग नियुक्त कर उससे जांच कराने की मांग की गई है। इसके अलाला याचिका में राज्य सरकारों को पुराने और जोखिम भरे स्मारकों, पुलों के सर्वेक्षण के लिए समिति बनाने के निर्देश देने की मांग की गई है।