आज तड़के सुबह CBI की टीम ने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री व RJD सुप्रीमो लालू यादव की पत्नी राबड़ी देवी के आवास पर पहुंची और पिछले कई घंटों से जमीन के बदले नौकरी (land-for-jobs scam) के मामले में पूछताछ कर रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, CBI के 12 अफसरों की टीम ने 2 से 3 गाड़ियों में राबड़ी देवी के पटना स्थित 10 सर्कुलर रोड आवास पर दस्तक दी।
CBI की पूछ-ताछ पर RJD कार्यकर्ताओं ने उनके आवास क बहार जमा हो गए हैं, जिसको देखते हुए वहां की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। इस केस में लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती समेत 14 लोगों को आरोपी बनाया गया है। जिसमे CBI की चार्जशीट पर कोर्ट ने समन जारी कर राबड़ी, लालू और मीसा को 15 मार्च को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए गए हैं।
आवास के बाहर जमा हुए पार्टी कार्यकर्त्ता व समर्थक
CBI की टीम पहुंचे की सूचना पाकर पूर्व CM राबड़ी के आवास पर भरी संख्या में RJD कार्यकर्ताओं के साथ-साथ समर्थकों की भीड़ जुट गई है। घर के बहार जमा हुए सार्थक केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि सिंगापूर से लौटे लालू की राजनीती में सक्रियता और तेजस्वी के बढ़ते कद से केंद्र की मोदी सरकार डरी हुई है इसलिए CBI की टीम को यहां भेजा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राजद विधायक ने कहा कि लालू परिवार को ट्रॉर्चर करने, धमकाने और सरेंडर के लिए CBI की टीम यहां भेजी है। गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि लालू और तेजस्वी किसी कीमत पर झुकने वाले नहीं है। 2024 में बिहार की जनता इसका करारा जवाब देगी।
CBI आवास पर ही दफ्तर खोल दे : डिप्टी CM तेजस्वी यादव
सुबह CBI की टीम राबड़ी आवास पहुंची तो बेटे तेज प्रताप और डिप्टी CM तेजस्वी यादव भी मौजूद थे, लेकिन बाद में वे विधानसभा के लिए रवाना हो गए। मीडिया से बात-चित के दौरान डिप्टी CM तेजस्वी ने कहा कि तथाकथित जमीन के बदले नौकरी के मामले में CBI आई है। जिस दिन से सरकार बनी है, उस दिन से यह हो रहा है। हर महीने हो रहा है। मैं तो कहता हूं कि CBI आवास पर ही दफ्तर खोल दे। पहले भी इस केस की CBI कई बार जांच करके बंद कर चुकी है। रेलवे ने इसे घोटाला नहीं माना है। आगे तेजस्वी ने कहा कि पूरा देश जानता है कि रेलमंत्री रहते हुए लालू ने 90 हजार करोड़ का फायदा कराया था। उन्हें मैनेजमेंट ऑफ गुरु कहा जाता है।