पिछले कुछ समय से लोगों के भीड़ को देख कर यही प्रतीत होता कि कोरोना हमारे बीच से कही दूसरी दुनिया में चल गया। पर लोगो की बढ़ती भीड़ ने सरकार की चिंता को बड़ा दिया है। साल 2020 से कोरोना महामारी ने 4 लाख 42 हजार से अधिक लोगों की जाने ली। वैसे लगा तो सबको यही था कि जल्द ही आने वालें साल 2021 में कोरोना हमारी जिंदगी से दूर हो जायेगा। पर फरवरी 2021 में जिस तरह से कोरोना के केस बढ़ते दिखें उससे सबको यकींन हो गया कि कोरोना अभी भी हमारे बीच से कही नहीं गया। वो कहा जाता है नजर हटी दुर्घटना घटी कहने का तात्पर्य यह है कि लोग इस गलत धारणा में बार-बार आ रहे कि सरकर के ढील देने का मतलब यही की कोरोना की दूसरी लहर खत्म हो चुकी है।
पर यह साक्ष्य नही है, देखा जाए तो कोरोना महामारी अभी भी खत्म नई हुई है। बस फर्क इतना आया है कि प्रतिदिन संक्रमितों और मरने वालो की संख्या में कमी आयी है। पर कुछ दिनों में कम होते मामलों का यह बिल्कुल मतलब नही की कोरोना महामारी अब खत्म हो रही। बल्कि वास्तविकता तो यह है कि कोरोना से हालात अभी भी गंभीर है। देखा जाये तो देश भर में कोरोना महामारी के सबसे ज्यादा मामलें इन 5 राज्यों महाराष्ट्र,केरल ,तेलांगना ,ओड़िशा ,आंध्रप्रदेश में कोरोना के केस बढ़ते ही दिख रहे है।
बता दें कि सबसे ज्यादा खराब हालात पूर्वोत्तर राज्यों में दिख रहे। जहां संक्रमण घटने का नाम ही नहीं ले रहे है। बल्कि संक्रमण उल्टा बढ़ ही रहा है। देश भर में कुल मामलों में पच्चास फीसद तो केरल और महाराष्ट्र से हैं। दूसरी ओर चौहत्तर फीसद केस तो दस राज्यों से है। इन हालातों को देख कर समझना यह बिल्कुल कठिन है कि आखिर लोग ऐसे समय में यह कैसे स्वीकार कर ले रहे कि अब देश पूरी तरीके से कोरोना महामारी से मुक्त हो गया और अब कोई खतरा नहीं।
लेकिन लोगों की बढ़ती इस लापरवाही को देखते हुए यह बिल्कुल भी कहना गलत नहीं होगा की शायद ही कोरोना हमारे बीच से कभी जाएगा। हालांकि इस खतरे को भांपते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को फिर चेतावनी दी। वही दूसरी और विश्वस्वास्थ संगठन ने यह कहा कि लोगों की लापरवाहीया बड़ी तो कोरोना की तीसरी लहर को आने से कोई भी नहीं रोक सकता ।
ऐसे में सरकार ने लोगो को ये सख्त चेतावनी दी कि आने वालें 125 दिन लोगो के लिए काफी महत्वपूर्ण रहने वाले है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों से यह कहा है कि वें लोगों की भीड़ जमा होने से रोकें और हमेशा की तरह यह भी कहा गया कि महामारी से बचाव के लिए बने उपाय भी लागू हो।
वैसे देखा जाए तो जहां-जहां लापरवाहियां बढ़ रही है। वहां-वहां संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे है। ऐसे में सरकार कोरोना के नियमों को बनाये रखने के लिए लोगों से अपील भी कर रही है। जहां लोगो को मास्क लगाने और दो गज दुरी की बात भी दोहरायी गई है। अब-तक लगभग 44 करोड़ 61 लाख लोगों को कोरोना का टीका लग चुका है।
बता दें कि दूसरी लहर कम पड़ने के बाद भी अगर पूर्वोत्तर राज्यों में महाराष्ट्र और केरल में मामले बढ़ रहे है। तो यह एक बड़े खतरे का सकते है कि तीसरी लहर सामने है। विश्वस्वास्थ संगठन भी डेल्टा और डेल्टा प्लस रूप के खतरें को लेकर को लोगों कोअवगत भी करा रहा है। लोगों को इस बात पर गंभीर रूप से विचार करना और समझना चाहिए कि अबतक एक सौ चार देश डेल्टा के चपेट में आ चुके है
यह उदाहरण देना गलत नही होगा की ब्रिटेन ,रूस जैसे देशों में जब प्रतिबंधों पर छूट मिली तो लोगो की लापरवाहियां बड़ी और लोग बेपरवाह हो गए। जिस कारण सीधा लोगों में संक्रमण देखने को मिला।
यह समझ जाना चाहिए की चीन के बाद भारत की जनसंख्या सबसे ज्यादा है। ऐसे हालत में देश की बड़ी आबादी को टीका अभी भी नही लग पाया है। इस बात को समझना हमें और आपको है कि खतरा अभी टला नही है। ऐसे में लापरवाही और बेपरवाह होने से नुकसान हमारा और हमारे परिवार का ही है। अगर हम कोरोना के नियमों का पालन करें तो हम देश में कोरोना के तीसरी लहर को आने से रोक सकते हैं।