उत्तर प्रदेश कि योगी सरकार ने प्रदेश की बेटियों के हक़ में एक सराहनीय फैसला लेने का इरादा किया है। प्रदेश सरकार का कहना है कि प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली दो सगी बहनो में से एक की फीस प्रदेश सरकार भरेगी। इस सराहनीय कार्य के लिए अगले वित्त वर्ष के बजट में प्रावधान भी किया जा रहा है। सरकार के इस फैसले से प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व माध्यमिक स्तर में पढ़ने वाली लाखों छात्राओं को फायदा मिलेगा।
बेसिक शिक्षा विभाग ने भेजा प्रपोजल
आपको बताते चलें की, कुछ समय पहले योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि अगर किसी निजी स्कूल में दो सगी बहनें पढ़ती हैं, तो अभिभावक द्वारा स्कूल प्रबंधन से एक की फीस माफ करने के लिए अनुरोध किया जाए। अगर स्कूल प्रबंधन के स्तर से ऐसा नहीं किया जाता है या फिर संभव नहीं है तो उनमें से एक बहन की फीस की भरपाई राज्य सरकार करेगी।
अब शाशन CM योगी के कहे अनुसार इस घोषणा को पूरा करने कि कवायद में जुट गई है। जिसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने इस योजना को अगले वित्त वर्ष के बजट में शामिल करने का प्रपोजल तैयार कर राज्य सरकार को भेज दिया है। प्रपोजल मंजूर होने के बाद इस योजना को प्रदेशभर में लागू किया जाएगा जिससे लाखों अभिभावकों को लाभ मिलेगा।
टोकन मनी की होगी व्यवस्था
प्रदेश के मुखिया CM योगी द्वारा किये इस घोषणा को पूरा करने की कवायद में बेसिक शिक्षा विभाग ने अगले बजट सत्र में प्रस्ताव भी भेज दिया है। शासन के सूत्रों के मुताबिक, इस योजना के लिए एक करोड़ रुपये के टोकन राशि की व्यवस्था की जाएगी। भविष्य में इस योजना के अंतर्गत जैसे-जैसे मांग बढ़ेगी, वैसे-वैसे और राशि विभाग को दी जाएगी। टोकन राशि दिए जाने से वित्तीय नियमों के मद्देनजर मद (हेड) खुल जाएगा। इससे आवश्यकता के अनुसार बजट आवंटन में कोई दिक्कत नहीं आएगी।
स्मार्ट शिक्षा को बढ़ावा दे रही प्रदेश सरकार
उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में जुटी हुई है, और इसे स्मार्ट बनाने की दिशा में कार्यरत है। जल्द ही प्रदेश के जूनियर और माध्यमिक स्तर के स्कूलों में बच्चों को स्मार्ट कक्षाओं के जरिए पढ़ाई शुरू कराने की योजना है। जिसके लिए सरकारी स्कूलों को भी स्मार्ट बनाया जाएगा और स्कूलों में टैबलेट भी दिए जाएंगे। और इसके लिए प्रदेश सरकार जल्द ही प्रदेश में शिक्षा आयोग का भी गठन करेगी, इसके अलावा योगी सरकार प्रदेश में बेटियों की शिक्षा पर भी लगातार जोर दे रही है और बेटियों की बेहतर शिक्षा के लिए लगातार काम भी कर रही है।