जाति न पूछो साधु की ,पूछ लीजिये ज्ञान
मोल करो तरवार का ,पड़ा रहन दो मयान
नीरज चोपड़ा ने देश के लिए वर्षो के बाद मेडल लाया लेकिन सिर्फ इतना काफी नहीं था ।
नीरज चोट लगने के बाद भी भाला फेंकते रहे लेकिन सिर्फ इतना ही काफी नहीं था।
नीरज किसान के बेटे होकर दुनिया जितने का सपना देख रहे थे। लेकिन इतना ही काफी नहीं,
जो ज़रूरी था। वो सुनिए
लोगों को नीरज के प्रदेश के बारे में जानना था।
लोगों को नीरज की जाति के बारे में जानना था ।
लोगों को नीरज की गरीब होनें वाली तस्वीरें भी देखनी थी।
अब आप सोच रहे होंगे कि मैं क्या कह रहा हूँ,
तो सुनिए,
नीरज चोपड़ा ने जैसे ही गोल्ड मेडल जीता तो गूगल पर उनकी जाति का अर्थ खोजा जाने लगा।
लोग उनके प्रदेश और उनके टूटे दिखने वाले घर को सर्च करने लगे।
लोगो ने उनके पिता की गरीबी सी दिखने वाली तस्वीर खूब खोजी।
और तो औऱ रुकिए अभी यही नही रुका मामला बस थोड़ा समय पीछे चले जाइये।
जब पीवी सिंधु ने कांस्य पदक जीता था। तो भारत के जाति प्रेमियों का उनके ऊपर भी खूब प्रेम उमड़ा ,
और गूगल पर उनकी भी जाति सर्च करने वालो की बाढ़ सी आ गई।
वंदना कटारिया का नाम तो आपने सुना ही होगा नहीं सुना है तो जान लीजिये ।
वंदना कटारिया एक मात्र ऐसी हॉकी महिला खिलाडी थी जिन्होंने टोक्यो ओलम्पिक में भारत की ओर से एक मैच में हैट्रिक गोल दागे।
और ऑस्ट्रेलिया जैसी विश्व चैंपियन के दांत खट्टे कर दिए।
वंदना कटारिया वही देश भक्त महिला है जिनके पिता जी की जब मौत हुई थी तो अंतिम दर्शन करने के लिए वो इसलिए नहीं गयीं ।
क्योकि वो भारतीय हॉकी टीम के लिए तैयारी कर रहीं थी।
वंदना कटारिया वही महिला है जिनके पास कभी हॉकी स्टिक नहीं तक थी। वो लकड़ी के डंडो से हॉकी खेला करती थी
।
लेकिन भारत के कुछ जाति प्रेमी और गन्दी मानसिकता के लोगो के लिए इतना ही नहीं काफी है।
जब महिला हॉकी टीम हार गई तो यही लोग वंदना कटारिया की जाति खोजने लगे और उसकी जाती का पता चलते ही उसे गालिया देने लगे
।
और बोलने लगे कि तुम्हारी जाति के वजह से आज हम पीछे रह गये।
खैर मैं ऐसे लोगों को भारतीय समाज का मानता ही नही हूँ।
मैं इन्हें वो गन्दा कचरा मानता हूँ जो समाज में सिर्फ गंदगी फैलाने के ही काम आते है।
खैर देश ने मेडल जीता है आप सभी ढेरो शुभकामनायें।
आज भले ही हम 7 मेडल जीत कर ओलंपिक में 48 में स्थान पर है
लेकिन दिन आएगा जब हम नंबर एक पर रहेंगे और हमारे लोग गूगल पे जितने वाली की जाति नहीं जितने वालें का त्याग सर्च करेंगे ।
मित्र प्रकाश पाण्डेय