उत्तर प्रदेश में अमेठी जिले के मंडखा गांव में इंसान और सारस के बीच अनोखी दोस्ती व अद्धभुत प्यार की दास्तान ने लोगों को हैरान कर दिया था। सोशल मीडिया से लगाए मीडिया और राजनितिक गलियारे तक इस अद्धभुत दोस्ती की कहानियां फ़ैल चुकी है।
आरिफ व उसके दोस्त सारस से मिलने व इस अनोखी दोस्ती को देखने के लिए लोगों के साथ-साथ राजनेता भी पहुंचने लगे थे, इसी बीच वन विभाग भी आरिफ के पास पहुंची और बिछड़ने का पैगाम सुना दिया। अब इस अनोखी दोस्ती की दास्तान आगे क्या मोड़ लेगी ये किसी को नहीं पता।
बीते दिनों उत्तर प्रदेश वन विभाग के कर्मचारी सारस को उसके दोस्त मो आरिफ से जुदा कर 50 किलोमीटर दूर समसपुर पक्षी विहार ले गए थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते शाम से सारस पक्षी विहार से लापता है। आपको बता दें सारस से बिछड़ने के बाद आरिफ ने दुखी मन से कहा था की मुझे ढूंढते हुए मेरा दोस्त वापस आ जायेगा। इधर वन विभाग के कर्मचारी सारस की तलाश में जुटे हैं।
क्यों सारस को ले गया वन विभाग
आरिफ और सारस की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मीडियाकर्मियों का तांता लग गया। प्रसिद्धि इतनी बढ़ने लगी की हर कोई इस जोड़ी को देखने के लिए आतुर हो उठा, बीते दिनों सपा प्रमुख व उत्तर प्रदेश पूर्व मुख्यमंत्री भी आरिफ-सारस से मिलने पहुंचे जिसकी तस्वीरें खूब वायरल हुई।
इन्ही प्रसिद्धियों के बीच दोनों को अलग करने का फरमान भी आ गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेठी वन विभाग की टीम अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को रायबरेली स्थित समसपुर पक्षी विहार ले गई। वन विभाग वालों का कहना था कि राज्य पक्षी को कोई पालतू पक्षी की तरह अपने घर नहीं रख सकता. समसपुर पक्षी विहार आरिफ़ के घर से तकरीबन 50 किलोमीटर दूर है।
वन विभाग की कार्यवाई पर सपा प्रमुख पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर नाराजगी जताई।
उप्र वन-विभाग द्वारा अमेठी से ज़बरदस्ती ले जाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया ‘बहुचर्चित सारस’ अब लापता है। उप्र के राज्य-पक्षी के प्रति ऐसी सरकारी लापरवाही एक गंभीर विषय है।
भाजपा सरकार तत्काल सारस खोजे, नहीं तो पूरी दुनिया के पक्षी-प्रेमी आंदोलन करेंगे।… pic.twitter.com/MPaIlaKLgj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023
कैसे हुई आरिफ और सारस की दोस्ती
अमेठी जिले के मंडखा गांव मे खेतों की ओर सैर-सपाटे पर निकले आरिफ को बीते साल मार्च 2022 में घायल अवस्था में सारस पक्षी मिला था। आरिफ के मुताबिक उसके पैर में चोट लगी थी। आरिफ ने घर लाकर उसकी मरहम पट्टी किया।
सारस ठीक होने के बाद गया ही नहीं वो आरिफ के साथ ही रहने लगा। आरिफ ने बताया की वो चाहते थे की की वो वापस अपने दोस्तों के पास चला जाये पर सारस आरिफ के साथ ही बहार जाने लगा, आरिफ जहाँ जाते वहीं जाता। साथ ही रहता, आरिफ के साथ भोजन भी करता, अगर आरिफ कहीं घूमने निकले तो वो उनकी स्कूटी के पीछे-पीछे जाता जब गाड़ी तेज चलने लगे तो उसके ऊपर साथ-साथ उडाता।
फरवरी में आरिफ व सारस की दोस्ती खबर इंटरनेट मीडिया के जरिए सार्वजनिक हुई तो आरिफ के इंटरनेट मीडिया एकाउंट से सारस के साथ उनके रहने, घूमने की खबरें वायरल होने लगी लोगों तक पहुँच गई।
वन विभाग ने की कार्यवाई
जहां एक तरफ देशभर में आरिफ और सारस की दोस्ती के नये-नये वीडियो सामने आ रहे थे, तो वहीं दूसरी ओर वन विभाग ने कार्रवाई शुरू कर प्रभागीय वनाधिकारी डीएन सिंह ने 14 मार्च को प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्य जीव को पत्र लिखकर राज्य पक्षी को उसके प्राकृतवास समसपुर पक्षी विहार रायबरेली भेजे जाने की अनुमति मांगी। तो 20 मार्च को वहां से स्वीकृति मिलने के बाद 21 मार्च को सारस को समसपुर पक्षी विहार छोड़ दिया गया।
जहां से सारस के लापता होने की खबर आ रही है, जिसपर समसपुर पक्षी विहार के क्षेत्रीय वन अधिकारी रूपेश श्रीवास्तव ने बताया कि सारस सुबह दूसरे सारस साथियों के उड़कर गया है। कहीं आसपास वन्य क्षेत्र में होगा। वह कहीं स्वतंत्र है।
आरिफ से बात करने पर पता चला है की उनका दोस्त सारस समसपुर पक्षी विहार से उड़ कर कहीं और चला गया है। अखिलेश यादव ने भी एक ट्वीट कर सारस के किसी गांव में मिलने व उसको खाना खिलाने की बात लिखी है।
उप्र के पक्षी-प्रेमी ‘बी सैया’ नामक गाँव को बहुत धन्यवाद जिसने सारस को बचाया, खिलाया पिलाया और वो काम कर दिखाया, जिसमें उप्र की सरकार नाकाम रही।
सच तो ये है कि प्रेम से बड़ी सत्ता और कोई हो ही नहीं सकती… भाजपाई अगर समय रहते ये समझ लें तो शायद उनके अंदर की नफ़रत कुछ कम हो जाए। pic.twitter.com/7JZ5bywe8x
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 23, 2023