कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा सदस्यता जाने के बाद आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सवालों का जवाब दिया। राहुल ने अपने ऊपर हो रही कार्यवाई को अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाने वाला बताया। प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत उन्होने संसद में उठाये अपने पुराने सवालों से शुरू किया, जिसमे उन्होने अडानी की शेल कंपनियों और 20 हज़ार करोड़ रुपये के बारे में पूछा था।
राहुल ने कहा ये 20 हजार करोड़ रुपये अडानी की कंपनी में कहाँ से आये, ये पैसा किसका है अडानी का तो नहीं है। राहुल ने कहा मैं किसी से डरने वाला नहीं हूं चाहे मेरी सदस्यता रद्द कर दो या मुझे जेल में दाल दो मैं रुकने वाला नहीं हूं मैं आगे बढ़ता रहूँगा, मुझे बोलने से नहीं रोक सकते मैं जहां रहूँगा बोलूंगा सवाल करूँगा।
लोकलसभा सदस्यता जाने पर क्या बोले राहुल
प्रेस वार्ता में राहुल गांधी लगातार अडानी मुद्दे पर लगातार सवाल उठाते रहे। अपनी लोकसभा सदस्यता जाने के सवाल पर राहुल ने प्रधानमंत्री व बीजेपी के ऊपर हमला करते हुए कहा की उन्होने बौखलाहट में आकर ये किया है। बीजेपी संसद में दिए गए मेरे भाषण व सवालों से डरी हुई है, और वो मेरे अगले भाषण से भी डरे हुए हैं।
प्रधानमंत्री जी ने बौखलाहट में आकर अपने लोगों से कहा की अडानी मुद्दे से ध्यान भटकाओ ताकि लोग अडानी के बारे में सवाल न करें। राहुल ने आगे कहा मैं किसी से डरता नहीं हूं, न ही डरने वाला हूं वो मुझे जेल में डालना चाहते हैं तो दाल दें। मुझे अयोग्य घोसित कर रहें हैं तो कर दें, आजीवन अयोग्य कर दें फिर भी मैं लोगों के लिए सवाल करुंगा, बोलूंगा इसके लिए मुझे संसद की ज़रूरत नहीं है, जहां रहूँगा वहां से बोलूंगा।
विपक्षी नेताओं को धन्यवाद, आगे मिल कर करेंगे काम
राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान मीडिया के सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। विपक्ष के कई नेता राहुल के इस मुश्किल घडी में साथ नज़र आ रहे हैं। इसपर मीडिया द्वारा उठाये सवालों के जवाब में राहुल ने कहा, विपक्ष के नेताओं का मैं धन्यवाद करता हूं आगे मिल कर काम करेंगे। आपको बता दें, राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने के बाद AAP, सपा, RJD, JDU समेत कई विपक्षी नेताओं ने बीजेपी पर निशाना साधा था और लगातार इसके खिलाफ आवाज़ उठा रहे हैं।
मैं सावरकर नहीं हूं, और गांधी माफ़ी नहीं मांगते
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता जाने पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने कहा की राहुल गांधी खुद को कानून और संविधान से ऊपर ,मांगते हैं। उन्होने अदालत में अपनी कही बातों पर माफ़ी नहीं मांगी। इसी सवाल को प्रेस वार्ता में पूछने पर राहुल ने कहा, मैं सावरकर नहीं हूं, मैं गांधी हूं। गांधी माफ़ी नहीं मांगते गांधी हमेशा सच के साथ चलते हैं। मैं सच के साथ हूं, जिसको जो करना है करे मैं रुकने वाला नहीं हूँ। मुझे कोई रोक नहीं सकता लोगों के मुद्दे के साथ आगे बढ़ता रहूँगा।