सेहत किसी भी व्यक्ति के लिए बेहद ज़रूरी होता है। यही वजह है कि लोग आजकल की भाग-दौड़ भरी ज़िन्दगी में सेहत के लिए थोड़ा समय ज़रूर निकल लेते हैं। सेहत के लिए व्यायाम करना अति आवश्यक भी है, यही वजह है की लोग सेहत बनाने के लिए जिम में अधिक पैसे देने को भी तैयार रहते हैं। वहां वो ट्रेनर की मौजूदगी में वर्कआउट करते हैं, ताकि जल्द से जल्द मोटापा दूर कर सकें और फिट बॉडी पा सकें। लेकिन देखा जा रहा है की इन दिनों जिम लोगों कि जिंदगी के लिए घातक साबित हो रहा है।
बीते दिनों जिम में वर्कआउट करने के दौरान कई सेलेब्स की मौत हो चुकी है, जिसमे मुख्य कारन हार्ट अटैक रहा है। बीते दिनों 46 साल के एक्टर सिद्धांत सूर्यवंशी Siddhaanth Surryavanshi की जान ‘जिम’ में एक्सरसाइज करने के दौरान हुई थी। इसी तरह अबतक कई नौजवानो ने जिम में वर्कआउट के दौरान जान से हाथ धो दिया। ऐसे में एक सवाल अत है की आखिर जिम में हार्ट अटैक क्यों आ रहे हैं। तो इस लेख में आज जानते हैं हार्ट अटैक और हैवी वर्कआउट के कनेक्शन के बारे में।
नौजवानो में बढ़ रहा हार्ट अटैक का खतरा
पहले माना जाता था कि हार्ट अटैक का खतरा 60 या उससे अधिक की उम्र होता है। लेकिन अब इसकी चपेट में नौजवान भी आने लगे हैं। मौजूदा वक़्त में जिस तरह के मामले सामने आ रहे हैं उसमे 40 या इससे कम उम्र के लोगों में हार्ट अटैक आ रहा है।
राजू श्रीवास्तव को 58 साल की उम्र में हार्ट अटैक आया। जिम करते वक्त वो बेहोश हो गए थे। पुनीत राजकुमार को हार्ट अटैक 46 साल की उम्र में आया। वो भी जिम में एक्सरसाइज कर रहे थे। मात्रा 40 की उम्र में सिद्धार्थ शुक्ल ने भी दुनिया से विदा ले लिया जिसका मुख्य कारण जिम में एक्सरसाइज करते वक़्त हार्ट अटैक था। जिम ट्रेनर आदिल को हार्ट अटैक 35 की उम्र में आया। वो भी जिम करने के बाद बैठा हुआ था।
एक्सरसाइज के दौरान बढ़ जाती है ह्रदय गति
जब आप तेजी से दौड़ते हैं या फिर ज्यादा एक्सरसाइज करते हैं तो महसूस करते होंगे कि हार्ट ज्यादा तेज धड़क रहा है। इससे तो साफ हो जाता है कि एक्सरसाइज और हार्ट के बीच कनेक्शन हैं। नॉर्मल एक्सरसाइज करने वालों की तुलना में जिम में ज्यादा वर्कआउट करते हैं। हैवी वेट उठाते हैं। ट्रेडमिल पर हम ज्यादा दौड़ते हैं। हद से ज्यादा एक्सरसाइज हार्ट पर ज्यादा प्रेशर डालती है जो सेहत के लिए सही नहीं होता है। कुछ वक्त पहले एक स्टडी धावकों पर की गई थी। जिसमें पाया गया था कि तेज दौड़ने की वजह से धावकों के हृदय की क्षति से जुड़े बायोमार्कर पाए गये थे।
ज्यादा एक्सरसाइज हृदय की मांसपेशियों को पहुंचता है नुक्सान
हालांकि ये बायोमार्कर अपने आप दूर हो जाते हैं। लेकिन हार्ट अगर ज्यादा शारीरिक तनाव को बार-बार सहता है तो यह स्थायी हो सकता है। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि ज्यादा देर तक एक्सरसाइज करना, ट्रेड मिल पर ज्यादा दौड़ने से दिल की बीमारी की आशंका बढ़ जाती है। दिल का दौरा तब आता है जब हार्ट में ब्लड का फ्लो गंभीर रूप से कम या बाधित हो जाता है। ज्यादा एक्सरसाइज हृदय की मांसपेशियों के हिस्से को नुकसान पहुंचा सकती है। जिससे हार्ट अटैक हो सकता है।
हार्ट अटैक के लिए कई और कारण भी हैं जिम्मेदार
हार्ट अटैक का मुख्य कारण जिम में एक्सरसाइज ही नहीं है बल्कि कई और भी हैं। ऐसा नहीं है कि जिम में एक्सरसाइज करते ही हार्ट अटैक आ जाता है। इसके पीछे कई और कारण जिम्मेदार होते हैं। जैसे- तंबाकू-धूम्रपान,हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज और फैमिली हिस्ट्री भी होती है। यहां तक की मानसिक तनाव भी हार्ट अटैक की वजह बन सकती है। और आज के वक़्त में देखा जाये तो लोगों में मानसिक तनाव ज़्यादा देखने को मिल रही है। इसके साथ ही फ़ास्ट-फ़ूड भी लोगों की दिनचर्या और ख़राब सेहत के लिए हानिकर होते जा रहे हैं।
जिम में वर्कआउट के दौरान क्या हैं बचाव के उपाय
- जिम जाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप हार्ट पेशेंट, डायबिटीज पेशेंट तो नहीं हैं। अगर हैं तो जिम ट्रेनर को इसकी जानकारी दें।
हार्ट पेशेंट जिम में हैवी वर्कआउट ना करें। - सामान्य इंसान भी हैवी वर्कआउट अचानक शुरू ना करें।
- हार्ट पेशेंट 20 मिनट से ज्यादा समय तक ट्रेडमिल पर दौड़े नहीं।
- ट्रेडमिल का स्पीड भी ज्यादा नहीं रखें।
- एक्सरसाइज के दौरान तुरंत पानी ना पिएं।
- ट्रेनर की निगरानी में एक्सरसाइज करें।
- अगर जिम के दौरान किसी भी तरह की बेचैनी लग रही हो तो तुरंत वर्कआउट बंद कर दें।
- बेचैनी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- अगर जिम करते हैं तो डाइट पर फोकस करें।
- रेगुलर चेकअप जरूर कराएं।
जिम जाते वक़्त इन बातों का रखें ख़ास ख्याल
- जिम के दौरान शारीरिक लक्षणों पर ध्यान दें। जैसे ज्यादा पसीना आना, सीने में भारीपन,जबड़े में दर्द,बाएं हाथ में दर्द हो तो तुरंत एक्सरसाइज बंद कर दें और डॉक्टर के पास जाएं।
- अगर आप जिम जाना अभी शुरू किए हैं तो हल्के वजन के साथ ट्रेनिंग शुरू करें। धीरे-धीरे हैवी वेट के साथ एक्सरसाइज करें।
- ट्रेडमिल पर पहले पांच मिनट धीमी रफ्तार में दौड़े। धीरे-धीरे गति बढ़ाएं।डॉक्टर तेज दौड़ने की सलाह नहीं देते हैं। इसलिए रफ्तार में बैलेंस बनाकर रखें।