उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर व उसके सुरक्षा कर्मियों पर हमला करने वाले अहमद मुर्तजा अब्बासी को आज NIA कोर्ट ने दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। आतंकी मुर्तजा अब्बास बीते वर्ष अप्रैल में गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों पर हमला किया था। जिसके बाद मुर्तजा पर UAPA के तहत केस दर्ज करवाई की जा रही थी।
पिछले 9 महीनो से इस केस की जांच चल रही थी जिसमे आज मुर्तजा अब्बास को कड़ी सुरक्षा के बीच लखनऊ के NIA/ATS की कोर्ट में लाया गया। जहां इस केस पर फैसला सुनते हुए स्पेशल कोर्ट के जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने मुर्तजा को देश के खिलाफ जंग छेड़ने के आरोप में फांसी की सजा सुनाई है।
केमिकल इंजीनियर है मुर्तज़ा
अहमद मुर्तजा अब्बासी गोरखपुर शहर के सिविल लाइंस इलाके के एक प्रतिष्ठित परिवार का रहने वाला है, जिसमे इसके दादा शहर के जज रह चुके हैं तो पिता फाइनेंसियल एडवाइज़र थे वहीं चाचा शहर के बड़े डॉक्टर हैं। मुर्तजा अब्बासी ने भी 2015 में IIT मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इसके बाद उसने दो प्रमुख कंपनियों में काम भी किया था।
अब्बासी परिवार के सदस्यों के अनुसार, वह 2017 में मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहा था। कई डॉक्टरों से उसका इलाज कराया गया। मानसिक स्थिति ठीक न रहने की वजह से पत्नी से उसके रिश्ते तनावपूर्ण रहने लगे थे। जिसके कारण उसका अपनी पत्नी से अलगाव भी हो गया था।
आतंकी संगठन के समर्थकों को आर्थिक मदद करता था मुर्तजा
बीते वर्ष अप्रैल में आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी ने प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात PAC जवानों पर हमला किया था। हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी को पुलिस ने कुछ देर पीछा करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। NIA ने मुर्तजा से पूछताछ के बाद उसके आतंकी संगठन IS से जुड़े होने का खुलासा किया था।
उत्तर प्रदेश के ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, लगातार 60 दिन के रिकॉर्ड तक सुनवाई के बाद आज सजा का ऐलान हुआ है, जिसमे IPC की धारा 121 के तहत फांसी की सजा और 307 जो पुलिस पर हमला हुआ था, उसमें उम्र कैद की सजा सुनाई गई है। ADG ने कहा, सभी सबूतों को कोर्ट के सामने पेश किया गया, जिसको अदालत ने सही माना है और आरोपी को सजा सुनाया है।