यह देश युवाओं का देश है हर युवा का अपना एक अलग सपना होता है जिसे पूरा करने के लिए उनमें जुनून ,उत्साह और कुछ कर गुजरने की चाहत होती है। हमारे देश में 70 %आबादी युवाओ की है मगर अफ़सोस यह है कि आज का युवा बेरोजगार है। शायद यही कारण है कि युवा अब सड़कों पर दिखाई दे रहा है।
दरअसल सोशल मीडिया पर आपने एमबीए चायवाला, ग्रेजुएटचाये वाली और चाय सुट्टा बार जैसे स्टार्टअप के नाम जरूर सुने होंगे ठीक ऐसी ही आगरा के दो दोस्त अपने स्टार्टअप को लेकर काफी सुर्खियां बटोर रहे है। जी हां हम बात कर रहे है आगरा के पनौती चाय वाले जिनके पास जिनके पास सरकारी चाये से लेकर सोशल मीडिया चाय, बेरोजगार चाय आदि कई तरह की चाये मिलती है।
बता दें कि पनौती वाले यह दोनों जिगरी दोस्तों की कहानी हर युवा की तरह ही है आज कल हर युवा बेरोजगारी जैसी समस्या से जूझ रहा है इस समस्या से अभिषेक और रोहित भी जूझ रहे थे आगरा की ट्रांस यमुना कॉलोनी फेज टू के रहने वाले रोमिल शर्मा और अभिषेक राठौर ने 2018 में 12वीं की पढ़ाई पूरी की अभिषेक आईआईटी की कोचिंग करने के लिए कोटा निकल गया और रोहित आर्मी में भर्ती होने की तैयारी करने लगा। दोनों ही दोस्तों को अपने पहले प्रयास में सफलता प्राप्त नहीं हुई और हताश होकर अभिषेक कोटा से आगरा वापस आ गया और रोहित के साथ नया करने की प्लानिंग की.रोहित और अभिषेक ने 2020 में थ्री टू वन नाम से एक यूट्यूब चैनल बनाया। इस वीडियो चैनल को भी ज्यादा दर्शक नहीं मिले। यहां भी दोनों को निराशा देखने को मिली इसके बाद उन्होंने फिर से एक ऐप बनवाना शुरू किया। रोहित शर्मा ने बताया कि जब उन्हें दोबारा सफलता नहीं मिली तो उनके दोस्त, रिश्तेदारों और घरवालों ने उन्हें कुछ नया करने के लिए मना करने लगे और कोई प्राइवेट जॉब करने की बात कहने लगे यहां तक की उन्हें लोग पनौती कहना भी शुरू कर दिया और फिर रोमिल और अभिषेक ने इस नए नाम पनौती को अपना लियादोनों ने ट्रांस यमुना कॉलोनी फेस वन के सी ब्लॉक में पनौती चायवाला के नाम से फिर से एक स्टार्टअप शुरू किया।
अभिषेक ने बताया कि दुकान खोलने से पहले उन्होंने आसपास की कई दुकानों पर जाकर चाय का स्वाद लिया। साथ ही यह भी जाना कि कहीं ऐसी कोई चाय की दुकान पहले से मौजूद तो नहीं है। घरवालों को जब रोमिल और अभिषेक के इरादे का पता चला तो उन्होंने चाय की दुकान खोलने से मना किया। घरवालों का कहना था कि इतनी पढ़ाई कर अगर वे चाय की दुकान खोलेंगे तो समाज में उनकी इज्जत नहीं रहेगी। अभिषेक और रोमिल के इरादे पक्के थे उन्होंने किसी की एक न सुनते हुए 25 नवंबर को ट्रांस यमुना में पनौती चायवाला के नाम से अपना स्टार्टअप शुरू कर दिया।
गौरतलब है कि युवा अब रोजगार की उम्मीद को छोड़ कर सड़को पर उतर गए और सरकार इस पर कोई विचार भी नहीं कर रही हर युवा बेरोजगारी जैसी समस्या से परेशान हो रहा है , हालांकि सरकार जो रोजगार देने का वादा कर रही है और तो और दावा भी कर रही है कि वह युवाओं को रोजगार दे रही है। मगर सवाल ये है कि अगर युवा को रोजगार मिल रहा तो वो सड़को पर क्यों उतर रहे?