2024 लोकसभा इलेक्शन को लेकर राजनितिक गलियारों में सरगर्मियां तेज होती दिख रही हैं। सत्ता पार्टी बीजेपी अपना पांव पुरे देश में पसारने में लगी है, तो वहीं विपक्ष भी अपनी राजनितिक भूमि तलाशने में जुटी हुई है। इसी क्रम में कांग्रेस नेता व पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ कर रही है। कांग्रेस की ये यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों से होती हुई कुल 150 दिनों तक चलेगी। कांग्रेस की ये भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू हुई है जो 3570 किलोमीटर का सफर तय करते हुए कश्मीर के श्रीनगर में समाप्त होगी। कांग्रेस नेता व पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने बताया की राहुल गाँधी ही इस ही यात्रा का चेहरा हैं, और इस यात्रा की सफलता इसी पर निर्भर है।
राहुल क्यों कर रहे भारत जोड़ो यात्रा
लोकसभा 2024 को देखते हुए सभी विपक्षी पार्टियों ने अपनी राजनितिक धरा तलाशने में जुटे हुए हैं। राजनितिक पंडितों के अनुसार इसी कवायद में कांग्रेस ने राहुल गाँधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा का आयोजन शुरू किया है, क्यूंकि, राहुल गाँधी इस वक्त कांग्रेस की तरफ से प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। हालांकि, कांग्रेस का कहना है की राहुल गाँधी फ़िलहाल विपक्ष की भूमिका निभा रहे हैं, और संसद में विपक्ष के मुद्दों को को लेकर काफी मुखर दीखते हैं। राहुल गाँधी बार-बार कहते हैं की कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों को संसद में अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया जाता है। इसी लिए अब वो सीधे जनता के बीच अपनी बात रखने और जनता को सुनाने उनके बीच आए हैं। और भारत को एकजुट करने के कवायद में भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं।
कांग्रेस व बीजेपी में ज़ुबानी जंग
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने के बाद से ही विवादों में घिरा हुआ है, कांग्रेस की राजनितिक प्रतिद्वंती बीजेपी शुरुआत से ही भारत जोड़ो यात्रा पर हमलावर है। इस यात्रा की आलोचना करने से बीजेपी तनिक भी चूक नहीं रही है, इस यात्रा के कदम कदम पर बीजेपी के नेताओं की आलोचनाएं देखने को मिल रही है। बीजेपी के तमाम बड़े नेता इस यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर टिपण्णी कर चुके हैं, और टिपण्णी को लेकर ट्रोल भी हो चुके हैं। वहीं कांग्रेस का कहना है की भारतियों के दिल में राहुल गाँधी की लोकप्रियता देख बीजेपी बौखलाई हुई है, और इसी बौखलाहट में बीजेपी इस तरह की हरकतें कर रही है।
विवादों में घिरी यात्रा
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की बीजेपी खुल कर आलोचना कर रही है, बीजेपी का कहना है की कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा छोड़ कांग्रेस जोड़ो यात्रा करना चाहिए। बीते कुछ वक्त से कांग्रेस अपने बुरे वक्त से गुज़र रही है, कांग्रेस के बड़े नेता एक-एक कर पार्टी का दमन छोड़ रहे हैं। पार्टी छोड़ रहे नेताओं ने ये आरोप लगाया है की, इस पार्टी में लॉबिंग हो रही है और बड़े नेताओं को दरकिनार किया जा रहा है।
पार्टी की अंदरूनी घटनाओं से इतर कांग्रेस अपने प्रतिद्वंतिओं की आलोचनाओं के तीर झेल रही है। हर दिन पार्टी के सामने एक नई मुसीबत होती है, बीजेपी इस यात्रा को लेकर अपने तंजिया तीर चलती रहती है। राहुल गाँधी के टी शर्ट से लेकर कंटेनर तक विवाद का हिस्सा रहे हैं।
बीजेपी का सवालिया अंदाज़
बेंगलुरु में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सवालिया अंदाज़ में भाषण देते हुए कहा की, कांग्रेस को भारत जोड़ो यात्रा करना ही क्यों पड़ा रहा है, कौन है जिसने भारत को तोड़ने की कोशिश की है। आगे केन्दीय मंत्री ने ‘भारत विरोधी नारेबाजी’ करने वाले लोगों को अपने साथ जोड़ने को लेकर भी राहुल की आलोचना की, इस आलोचना में मंत्री का इशारा कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की और था। ईरानी ने बेंगलुरु में कहा, ‘‘राहुल गांधी भारत को एकजुट करने की यात्रा पर हैं, लेकिन उन्हें पहले जवाब देना चाहिए कि भारत को तोड़ने का दुस्साहस किसने किया। आप एक ऐसे व्यक्ति को अपनी पार्टी का सदस्य बनाते हैं, जिसने ‘भारत तेरे टुकड़े होंगे, इंशा अल्लाह’ का नारा लगाया था।’’
क्या राहुल पूरी कर पाएंगे यात्रा
हाल ही के दिनों में कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था की, भाजपा ने सरकारी संस्थानों को अपने नियंत्रण में ले लिया है। सीबीआई CBI और ईडी ED प्रवर्तन निदेशालय की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में आ गई है। आज हालात यह है कि हम सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी के खिलाफ नहीं लड़ रहे, बल्कि पूरी राज्य व्यवस्था से लड़ रहे हैं। बीते दिनों में नेशनल हेराल्ड मामले में ED ईडी ने कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गाँधी व सोनिया गाँधी से पूछताछ की थी और ये पूछताछ अभी आगे भी चल सकती है। ऐसे में सवाल ये है की क्या राहुल गाँधी अपनी इस यात्रा को पूरा कर पाएंगे क्यूंकि राहुल के प्रोग्राम में अभी सिर्फ भारत जोड़ो यात्रा ही है। देश के दो राज्य गुजरात व हिमाचल में साल के अंत में इलेक्शन है, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार राहुल इन राज्यों में भी प्रचार के लिए यात्रा से समय निकल कर आएंगे और फिर वापस यात्रा से जुड़ जायेंगे। दूसरी तरफ नेशनल हेराल्ड का ये मामला जिसमे ईडी ED राहुल को कभी भी नोटिस भेज तालाब कर सकती है।